दो भाइयों की कहानी (Do Bhai) को सुनने के लिए नीचे क्लिक करें
इस कहानी के बारे में
यह कहानी पंचतंत्र कथाओं में से एक है, जो हमें यह सीख सिखाती है की जैसी करनी वैसी भरनी।
दो बंदर जो भाई होतेहैं, एक समय ८०,००० बंदरों के झुंड के नेता होते हैं। अपनी बूढ़ी माँ की देखभाल करने के लिए वह अपना झुंड छोड़ कर माँ के साथ रहने लगते हैं। एक दिन एक शिकारी उनके घर के पार शिकार करने आता है, और उन बंदरों की माँ को अपना निशाना बनाने लगता है। आगे क्या होता है? जानिए इस कहानी को सुनकर।
यह एक पंचत्र्न्त्र की एक छोटी सी कथा है जो हमें बड़ी महत्वपूर्ण सीख सिखलाती है।
एक बार की बात है एक घना जंगल था, जिस के बीचो-बीच एक नदी बहती थी। उस नदी के किनारे एक हंस रहता था। एक दिन के उल्लू दूर के जंगल से उड़ते उड़ते नदी के किनारे आ पहुँचा। उसने नदी के किनारे एक पेड़ को अपना घर बना लिया। कुछ समय बाद हंस और उल्लू में दोस्ती हो गई। आगे क्या होता है? जांने इस कहानी को सुन कर।
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This is a a story about two monkeys, who are the leaders of a pack of 80,000 monkeys. They choose to leave the pack and stay with their old, ailing mother. One day, a hunter comes to hunt near their home, and makes their mother a target. What happens next? Listen to this story to learn more.